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    कोटपूतली के रघुनाथपुरा में घरों में चोरी:हथियार लेकर आए बदमाशों ने हमला बोला, नकदी और चांदी-सोने के गहने ले गए

    कोटपूतली क्षेत्र के रघुनाथपुरा गांव में 18 नवंबर की रात हुई बड़ी चोरी का खुलासा अब तक न होने से ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। इसी को लेकर गांव के लोगों ने जिला पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार बिष्नोई को ज्ञापन सौंपकर मामला जल्द सुलझाने और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। ग्रामीणों ने एसपी से सीधे हस्तक्षेप कर जांच को तेज करने की अपील की है। ज्ञापन में बताया गया कि 18 नवंबर की रात करीब 12:10 बजे नीरज कुमार पुत्र घनश्याम शर्मा के घर पांच हथियारबंद चोर एक काली गाड़ी में आए। सभी चोर हथियारों से लैस थे और घर में घुसकर सीधे कमरों की अलमारियों को निशाना बनाया। कुछ ही देर में वे तीन अलग-अलग अलमारियों के ताले तोड़कर नकदी व बहुमूल्य आभूषण समेट कर फरार हो गए। अगली सुबह करीब 6 बजे नीरज कुमार के छोटे भाई की पत्नी जब उठी तो उसने कमरे का ताला टूटा देखा। शोर मचाने पर परिवार के अन्य लोग भी जाग गए। अंदर जाकर देखा तो सभी अलमारियों के ताले टूटे हुए थे और उनमें रखा सारा कीमती सामान गायब था। चोरी की पुष्टि होते ही पूरे मोहल्ले में सनसनी फैल गई। पहली अलमारी से लाखों के गहने और नकदी चोरी चोरों ने पहली अलमारी से 80 हजार रुपये नकद, एक सोने की चेन, सोने के कान के कुंडल, दो सोने की अंगूठी, चार जोड़ी चांदी की पायजेब, सोने की पांच लौंग, 10 चांदी के सिक्के, एक चांदी का नारियल, पांच जोड़ी चांदी की चुटकी, एक चांदी की पातड़ी और चांदी का एक जोड़ा कड़ा चुरा लिया। दूसरी अलमारी से चोर तीन लाख रुपये नकद, आधा किलो चांदी की तागड़ी, तीन सोने की अंगूठी, दो जोड़ी सोने की झूमकी, दो जोड़ी कान के कुंडल, तीन सोने के मंगलसूत्र, 10 जोड़ी चांदी की पायजेब, 20 जोड़ी चांदी की चुटकी, 20 चांदी के सिक्के, 10 चांदी की कटोरी, एक चांदी का नारियल, एक सोने की नथ, एक चांदी की पातड़ी, एक जोड़ा चांदी का कड़ा (झावरा), एक चांदी की चेन, एक सोने की चेन, चार चांदी की अंगूठियां और चांदी की लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति ले उड़े। तीसरी अलमारी और गुल्लक भी नहीं छोड़ी तीसरी छोटी अलमारी से एक सोने के कान का कुंडल, एक सोने की अंगूठी, एक सोने की नथ, एक सोने का मंगलसूत्र, चार जोड़ी चांदी की पायजेब, सात जोड़ी चांदी की चुटकी चोरी की गई। इसके साथ ही बच्चों की गुल्लक तोड़कर करीब 10 हजार रुपये नकद भी चुरा लिए गए। पड़ोसी के घर में भी वारदात इसी रात रघुनाथपुरा में बगल के मकान, निवासी नरेंद्र पुत्र जगदीश मीणा के घर भी चोरी की वारदात हुई। जिससे यह साफ हुआ कि चोरों ने पूरे इलाके को निशाना बनाकर सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम दिया। चोरी के कई दिन बीत जाने के बावजूद आरोपियों का कोई सुराग नहीं लगने से ग्रामीणों में रोष है। लोगों का कहना है कि इतनी बड़ी चोरी के बाद भी यदि जांच में तेजी नहीं आती तो ग्रामीणों की सुरक्षा पर सवाल खड़े होते हैं। यही वजह है कि उन्होंने एसपी को ज्ञापन सौंपकर जल्द गिरफ्तारी, चोरी गया माल बरामद करने और क्षेत्र में गश्त बढ़ाने की मांग उठाई है।

    मूंगफली खरीद केंद्र पर अव्यवस्थाएं, बायोमेट्रिक फेल:किसानों को घंटों इंतजार, फिंगर प्रिंट नहीं आने से लौटना पड़ रहा

    कृषि उपज मंडी समिति परिसर स्थित मूंगफली खरीद केंद्र पर किसानों को भारी अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी दावों के विपरीत, समर्थन मूल्य पर मूंगफली बेचने पहुंचे किसानों को घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ रहा है। केंद्र पर बैठने की व्यवस्था नहीं है और पीने के पानी जैसी बुनियादी सुविधा तक उपलब्ध नहीं। सर्द हवाओं के बीच खुले में इंतजार करना किसानों के लिए रोजमर्रा की मजबूरी बन गया है। किसानों के सामने सबसे गंभीर समस्या बायोमेट्रिक सत्यापन को लेकर खड़ी हो गई है। बड़ी संख्या में किसानों के फिंगर प्रिंट मशीन से मैच नहीं हो पा रहे, जिससे वे घंटों कतार में खड़े रहने के बाद भी बिना मूंगफली बेचे निराश लौट रहे हैं। खासतौर पर बुजुर्ग किसान, महिलाएं और खेतों में लंबे समय तक काम करने वाले किसानों के फिंगर प्रिंट घिस जाने के कारण अधिक दिक्कत झेल रहे हैं। मोबाइल हॉटस्पॉट पर चल रहा सिस्टम किसानों ने आरोप लगाया कि क्रय-विक्रय सहकारी समिति द्वारा खरीद केंद्र पर स्थायी वाई-फाई कनेक्शन नहीं कराया गया है। पूरी व्यवस्था मोबाइल हॉटस्पॉट के सहारे चलाई जा रही है, जिससे नेटवर्क बार-बार बाधित होता है। इसका सीधा असर बायोमेट्रिक सत्यापन पर पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि ई-मित्र केंद्रों पर उनके फिंगर प्रिंट तुरंत सत्यापित हो जाते हैं, लेकिन समिति की मशीनों पर घंटों प्रयास के बाद भी पहचान नहीं हो पाती। किसानों की चार प्रमुख मांगें किसानों ने प्रशासन के सामने चार मांगें रखी हैं— प्रभारी की गैरहाजिरी से बढ़ीं दिक्कतें खरीद केंद्र पर जिम्मेदार प्रभारी के नियमित रूप से मौजूद न रहने से भी अव्यवस्था गहराती जा रही है। किसानों को सही जानकारी नहीं मिल पाती और तकनीकी समस्या आने पर तत्काल समाधान नहीं हो पा रहा। इससे गुस्से और बेबसी दोनों का माहौल बना हुआ है। ओटीपी सत्यापन दोबारा लागू करने की मांग किसानों ने प्रशासन से ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) आधारित सत्यापन प्रणाली को फिर से शुरू करने की मांग की है। उनका कहना है कि जब ओटीपी के माध्यम से सत्यापन होता था, तब किसी को परेशानी नहीं होती थी। यह व्यवस्था बुजुर्ग किसानों, महिलाओं और उन किसानों के लिए राहत बन सकती है, जिनके फिंगर प्रिंट मशीन पर स्पष्ट दर्ज नहीं हो पाते। जिला कलेक्टर के निर्देश कागज़ों में सीमित जिला कलेक्टर स्वाति चौहान द्वारा खरीद केंद्र का निरीक्षण किया गया था। किसानों ने तब भी वही समस्याएं सामने रखीं। कलेक्टर ने अधिकारियों को फिंगर प्रिंट के साथ ‘आइरिश रिकॉग्नाइजेशन’ यानी आंख की स्कैनिंग आधारित सत्यापन शुरू करने के निर्देश दिए थे, ताकि वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध हो सके। लेकिन अब तक जमीनी स्तर पर कोई बदलाव नजर नहीं आया। ना नई मशीनें बदली गईं, ना वाई-फाई लगाया गया और ना ही प्रभारी बदला गया। बुजुर्ग और महिलाएं खाली लौटने को मजबूर आज भी कई वृद्ध किसान और महिलाएं बायोमेट्रिक सत्यापन न होने के कारण खाली हाथ घर लौट गए। किसानों का कहना है कि वे रोज बाजार पहुंचते हैं, घंटों कतार में खड़े रहते हैं, लेकिन मशीन उन्हें पहचान नहीं पाती। इससे उनका समय, मेहनत और उम्मीद तीनों पर पानी फिर रहा है। समर्थन मूल्य घोषित, सिस्टम खरीदने को तैयार नहीं सरकार की ओर से मूंगफली का समर्थन मूल्य ₹7263 प्रति क्विंटल और मूंग का ₹8768 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। फलोदी जिला मूंगफली उत्पादन में अग्रणी माना जाता है, जहां हर वर्ष हजारों क्विंटल की खरीद होती है। इस बार तकनीकी खामियों और व्यवस्थागत लापरवाही के चलते किसान अपनी उपज बेचने से वंचित हो रहे हैं।

    भारत-पाक बॉर्डर पर आर्मी ने संदिग्ध युवक पकड़ा:खाजूवाला बॉर्डर से पाकिस्तान जाने की फिराक में था

    बीकानेर में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से होकर पाकिस्तान जाने की फिराक में एक युवक को गिरफ्तार किया है। उसे सेना के जवानों ने 17 केवाईडी से पकड़कर पुलिस को सौंप दिया है। युवक से कल रविवार को ज्वाइंट इंट्रोगेशन में सेना और सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ करेंगी। थानाधिकारी सुरेन्द्र प्रजापत ने कहा- शनिवार शाम एक युवक 17 केवाईडी में पाकिस्तान जाने की बात कर रहा था। वो बॉर्डर का वो रास्ता ढूंढ रहा था, जहां से आसानी से पाकिस्तान में घुस सके। इस बात की भनक आर्मी इंटेलिजेंस को लगी। इसके बाद उसे 17 केवाईडी से ही पकड़ लिया गया। संदिग्ध व्यक्ति की आंध्र प्रदेश निवासी प्रशांत वेदम के तौर पर पहचान हुई है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि युवक 2017 में भी पाकिस्तान गया था। हालांकि आर्मी को उसकी बातों पर संदेह है। प्रारंभिक अनुमान है कि प्रशांत पाकिस्तान के रावलपिंडी जाने के प्रयास में था। हालांकि इसकी पुख्ता जानकारी ज्वाइंट इंट्रोगेशन के बाद ही हो पाएगी। सरहदी इलाकों में जासूसी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें.. जैसलमेर में बॉर्डर से पकड़ा गया पाकिस्तानी जासूस:ISI को भेज रहा था सेना से जुड़ी सूचनाएं; ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी दी थी जानकारियां राजस्थान की सीआईडी इंटेलिजेंस ने जैसलमेर में बॉर्डर से पाकिस्तानी जासूस हनीफ खान को गिरफ्तार किया है। हनीफ खान पैसों के लालच में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को भारतीय सेना से जुड़ी गोपनीय सूचनाएं भेज रहा था। (पढ़ें पूरी खबर)

    खाटूश्यामजी सदर थाने का ईनामी बदमाश गिरफ्तार:कोल्डड्रिंक कंपनी में इंजीनियर बनकर गया पुलिस कांस्टेबल, लेबर बने मजदूर को दबोचा

    सीकर में खाटूश्यामजी सदर थाना पुलिस ने फरार ईनामी बदमाश काे धर दबोचा है। पुलिस ने एक युवक को किडनैप करके शराब पिलाने व अश्लील वीडियो बनाने के आरोप में 10 हजार के ईनामी बदमाश को गिरफ्तार किया है। आरोपी की अन्य आपराधिक मामलों में संलिप्तता को भी खंगाला जा रहा है। सीकर जिला पुलिस अधीक्षक प्रवीण नायक नूनावत ने बताया कि खाटूश्यामजी सदर थाना पुलिस ने 11 अक्टूबर को दर्ज हुए मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया है। इनामी बदमाश की गिरफ्तारी के लिए एक स्पेशल पुलिस टीम का गठन किया गया था। खाटूश्यामजी सदर पुलिस थाना सीआई अमित नागोरा ने बताया कि गत 11 अक्टूबर को एक युवक ने रिपोर्ट दी की थी कि दिनांक 10 अक्टूबर को वो मंडा गांव स्थित घर में सो रहा था, तभी उसके पास शिवसिंहपुरा(जोबनेर) निवासी विजय मीणा का फोन आया और यशोधा होटल के पास बुलाया। फिर वहां से विजय मीणा एक दोस्त के साथ मिलकर युवक को स्विफ्ट गाडी में डालकर ले गया। आरोपियों ने रास्ते में शराब पीकर पीड़ित का मोबाईल छीन लिया, मारपीट करते हुए रेनवाल-जोबनेर रोड पर खाली जगह ले गए। आरोपियों ने 2 अन्य साथियों को बुलाया, चारों बदमाशों ने मिलकर पीड़ित के फोन से सारे पैसे दूसरों के अकाउंट्स में डलवा लिए और चारों आरोपियों ने मिलकर युवक को नग्न अवस्था में करके बेल्ट व लोहे की राॅड से मारपीट की और अश्लील वीडियो बना लिया। सीआई अमित नागोरा ने बताया कि रिपोर्ट के अनुसार आरोपियों ने परिवादी युवक से मारपीट के बाद इसके बाद आरोपियों ने युवक को जबरन शराब पिलाई और युवक के फोन से प्राइवेट फोटो व वीडियो ले लिए। आरोपियों ने युवक को एक होटल में छोड़ा और घटना पुलिस को बताने पर अश्लील वीडियो-फोटो वायरल करने की धमकी दी। पुलिस ने परिवादी की रिपोर्ट दर्ज कर मुकदमे की जांच शुरु की। अब पुलिस ने ईनामी बदमाश रेनवाल तहसील नानदरी प्रतापपुरा निवासी संदीप उर्फ नानूराम मीणा (21) को गिरफ्तार किया है। सीआई अमित नागोरा ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए मुखबिरों का जाल बिछाया। टेक्निकल असिस्टेंट, फोन लोकेशन ट्रेसिंग, CCTV फुटेज, डिजिटल प्रूफ की मदद ली। इसके बाद पुलिस ने आरोपी पर 10000 रुपए का ईनाम‌ घोषित किया। पुलिस को मिले इनपुट के आधार पर आरोपी के एक कंपनी में मजदूर बनकर काम‌ करने की जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस टीम का कांस्टेबल रोहिताश्व कुमार गुजरात के अहमदाबाद स्थित कोको कोला कंपनी में इंजीनियर बनकर कर्मचारियों की मीटिंग लेने पहुंचा। कर्मचारियों की मीटिंग लेते समय कर्मचारियों का इंट्रोडक्शन के दौरान लेबर कार्ड के आधार पर करीब 2 महीने से फरार 10,000 रुपए का ईनामी बदमाश को धर दबोचा। इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस‌ टीम में सीआई अमित कुमार नागोरा, एएसआई रघुनाथ प्रसाद, कांस्टेबल रोहिताश्व कुमार, कांस्टेबल रामजीलाल शामिल थे।

    कांस्टेबल को डंपर से कुचलकर मारने का आरोपी गिरफ्तार:बदमाश की गिरफ्तारी पर था 20 हजार का इनाम, 7 महीने से थी तलाश

    जोधपुर के लूणी थाना पुलिस ने 20 हजार के इनामी वांछित अपराधी शिवलाल विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी पिछले सात माह से फरार चल रहा था और थाना लूणी के टॉप-10 अपराधियों में शामिल था। थानाधिकारी डॉ. हनवंत सिंह ने बताया कि आरोपी कई मामलों में फरार चल रहा था। 25 मई 2024 को खेजड़ली क्षेत्र में अवैध बजरी भराई की सूचना पर पुलिस चेतक टीम मौके पर पहुंची। मौके से दो जेसीबी व बजरी से भरा डम्पर मिला। पुलिस को देखकर चालक वाहन लेकर भागने लगे। पीछा करने पर कॉन्स्टेबल सुनील पर हमला करते हुए तेज रफ्तार से डम्पर चढ़ा दिया और बजरी सड़कों पर बिखेरता हुआ फरार हो गया। उधर, इस घटना में गंभीर रूप से घायल कॉन्स्टेबल सुनील बिश्नोई की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले में सुमेर विश्नोई, हापुराम, रविंद्र, महेंद्र, सागर और नौसिम खान सहित कई आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि शिवलाल घटना के बाद से ही फरार चल रहा था। 640 टन अवैध बजरी ज़ब्त उसी दिन खनिज विभाग के अधिकारी प्रेमप्रकाश द्वारा दी गई रिपोर्ट में बताया गया कि खेजड़ली में शिवलाल और कालूराम के परकोटे में भारी मात्रा में अवैध बजरी का स्टॉक रखा हुआ है। निरीक्षण के दौरान टीम ने 640 टन अवैध बजरी जब्त की थी। इस मामले में कालूराम और हापुराम को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। शिवलाल इस कार्रवाई में भी मुख्य आरोपी था और लगातार पुलिस से बचता रहा विशेष टीम ने रणनीति बनाकर की गिरफ्तारी मामले की गंभीरता को देखते हुए लूणी थाना पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया। टीम ने सात महीने से फरार चल रहे इस इनामी अपराधी पर कड़ी निगरानी रखी। सूचना के आधार पर शनिवार को टीम ने तत्परता दिखाते हुए शिवलाल (46 वर्ष) निवासी लायंस नगर, खेजड़ली कलां को दबोच लिया।

    जूली बोले-राठौड़ वसुंधरा राजे के सलाहकार थे, दूर क्यों हुए?:राजेंद्र राठौड़ बोले- कांग्रेस में गहलोत-पायलट-डोटासरा की खींचतान, टीकाराम को अकेला छोड़ा

    बाड़मेर रिफाइनरी पर देरी को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सोशल मीडिया पर भिड़ गए। रिफाइनरी पर बात सियासी संकट, कांग्रेस की गुटबाजी और वसुंधरा राजे तक पहुंच गई। राठौड़ ने कांग्रेस की गुटबाजी पर तंज कसा तो जूली ने राठौड़ के वसुंधरा राजे से दूरी बनाने का कारण पूछ लिया। विवाद की शुरुआत पूर्व सीएम अशोक गहलोत के 4 दिसंबर को रिफाइनरी पर किए गए ट्वीट से हुई। गहलोत ने रिफाइनरी शुरू होने में देरी और लागत बढ़ने पर सवाल उठाए तो राठौड़ ने पलटवार करते हुए देरी के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। इस पर टीकाराम जूली ने पलटवार किया। फिर दोनों के बीच वार-पलटवार का सिलसिला शुरू हो गया। आप पर 'उल्टा चोर कोतवाल को डांटे' वाली कहावत बिल्कुल सटीक नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने राजेंद्र राठौड़ को जवाब देते हुए एक्स पर लिखा- रिफाइनरी पर बोलने से पहले आपको अपने गिरेबान में झांकना चाहिए था। आप पर 'उल्टा चोर कोतवाल को डांटे' वाली कहावत बिल्कुल सटीक बैठती है। आप किस 'गति' की बात कर रहे थे? सच यह है कि 2013 में कांग्रेस सरकार की स्वीकृत रिफाइनरी को 2014 से 2018 तक आपकी सरकार ने अटकाए रखा। 4 साल तक 'रिव्यू' के नाम पर आपने राजस्थान के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया। अभी तो आप सरकार को बिना मांगी सलाह देने वाले सलाहकार हैं, पर उस समय तो आप ही मुख्य सलाहकार हुआ करते थे। बीजेपी सरकार के कारण रिफाइनरी की लागत 40 हजार करोड़ रुपए बढ़ गई। आंकड़ों की बाजीगरी मत कीजिए, राजेंद्र राठौड़ जी जूली ने आगे लिखा- आंकड़ों की बाजीगरी मत कीजिए, राजेंद्र राठौड़ जी। सच यह है कि आपकी 'डबल इंजन' सरकार ने राजस्थान के खजाने में 'डबल छेद' किए हैं। आपने 4 साल काम रोककर प्रोजेक्ट की लागत 37 हजार करोड़ से बढ़ाकर 79 हजार करोड़ कर दी और राज्य सरकार को जबरन 26% का पार्टनर बना दिया, जो सामान्यतः कहीं नहीं होता है। इस कारण बढ़ी हुई लागत का 10,000 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ सीधे राजस्थान की जनता की जेब पर पड़ा है। यह आपकी देन है। आज आप जिस 90% काम का श्रेय ले रहे हैं, वह वास्तव में 2018 से 2023 के बीच कांग्रेस सरकार की रात-दिन की मेहनत का नतीजा है, जिसे हमने कोरोना जैसी महामारी के बावजूद रुकने नहीं दिया। हिचकोले खाते-खाते जैसे तैसे 5 साल पूरे किए थे राजेंद्र राठौड़ ने फिर पलटवार करते हुए लिखा- यदि आपकी सरकार के लिए 2018 से 2023 तक रिफाइनरी की प्राथमिकता रही थी तो 5 साल में इस प्रोजेक्ट का काम कितना बढ़ा था? आपकी सरकार ने रिफाइनरी को लेकर जितना शोर किया, काम उसका आधा भी नहीं हुआ था। यह काम होना भी नहीं था क्योंकि तत्कालीन कांग्रेस सरकार रूपी जहाज में इतने छेद हो गए थे कि हिचकोले खाते-खाते जैसे तैसे 5 साल पूरे किए थे। तत्कालीन मुख्यमंत्री सहित समस्त मंत्रिमंडल का पूरा ध्यान सरकार बचाने में था ना कि बाड़मेर रिफाइनरी जैसी महत्वपूर्ण परियोजना को पूरी करने में। कांग्रेस सरकार ने भी 6 सलाहकार बनाए थे राठौड़ ने लिखा- शायद आप भूल गये हैं कि आपकी ही सरकार ने 6 विधायकों को सलाहकार की उपाधि दी थी। अगर उनकी कीमती सलाह सच में आपके नेताओं को समझ आती, तो शायद आज कांग्रेस के “अच्छे दिन” कहीं तो दिखाई दे जाते। मुझे आपके प्रति सहानुभूति है कि आप उस वक्त सलाहकार की भूमिका में नहीं थे वरना 25 सितंबर 2022 का वह कुख्यात घटनाक्रम जिसने आपकी पार्टी की अंतर्कलह को देशभर में तमाशा बना दिया था शायद घटित ही नहीं होता। भाजपा में सलाकार पद नहीं संस्कार है राठौड़ ने लिखा- खैर जूली जी, आपका ध्यान मुझे सलाहकार की उपाधि देने में लगा है लेकिन सच्चाई यह है कि भाजपा में सलाह देना कोई पद नहीं बल्कि एक संस्कार है। मैं तो हूं ही, मेरे जैसे हजारों समर्पित कार्यकर्ता रोज अपनी सरकार को सुझाव देते हैं और फर्क यह है कि भाजपा सरकार उन सुझावों को सुनती भी है और लागू भी करती है। राठौड़ साहब, आप पहले वसुंधरा राजे के सबसे बड़े सलाहकार थे, अचानक दूर क्यों हुए? टीकाराम जूली ने राठौड़ पर पलटवार करते हुए लिखा- राठौड़ साहब, मेरी सहानुभूति की चिंता आप न करें, सहानुभूति की जरूरत आज आपको ज्यादा है। कई राज्यों में सरकारी प्रवक्ता का पद है, मुख्यमंत्री को यहां आपके लिए ऐसा पद देना चाहिए। राठौड़ जी, आप "सलाहकार" होकर भी अपनी सरकार को सही सलाह क्यों नहीं देते? भाजपा सरकार ने वर्ष 2025-26 की बजट घोषणा संख्या 158 में लिखित में घोषणा की थी कि पचपदरा रिफाइनरी अगस्त, 2025 से उत्पादन शुरू कर देगी। आज आप कह रहे हैं जनवरी 2026? जूली ने लिखा- क्या आपकी सरकार बिना किसी एस्टिमेट के बजट बना रही है?विधानसभा के पटल पर रखी गई बजट घोषणा झूठी कैसे साबित हो गई? यह साफ है कि आपकी सरकार सिर्फ "हवा-हवाई" घोषणाएं करने में व्यस्त है, धरातल पर आपकी पकड़ शून्य है। आप हमारे जहाज की चिंता छोडिए, अपनी नाव देखिए जूली ने लिखा- पूरा राजस्थान जानता है कि एक समय आप पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सबसे बड़े 'सलाहकार' हुआ करते थे। फिर अचानक ऐसी क्या बात हो गई कि आप उनसे इतना दूर हो गए? वो कौन सा राज है जिसने आप जैसे 'चाणक्य' को हाशिए पर ला खड़ा किया? आप हमारे जहाज की चिंता छोडि़ए, अपनी 'नाव' देखिए। आज राजस्थान भाजपा में 'CM इन वेटिंग' (मुख्यमंत्री के दावेदारों) की लिस्ट आपके विधायकों की संख्या से भी ज्यादा लंबी है। हालत यह है कि जयपुर तो छोडि़ए, दिल्ली वाले भी राजस्थान आकर सीएम बनने का सपना देख रहे हैं। जिस पार्टी में हर दूसरा नेता खुद को मुख्यमंत्री मान बैठा हो, हर विधायक ,मंत्री कहता हो कि मेरी कुछ नहीं चल रही, वहां अनुशासन की दुहाई देना हास्यास्पद है।

    उत्तर प्रदेश पुलिस पर हमले के 2 आरोपी गिरफ्तार:पुलिस ने दबिश देकर हिस्ट्रीशीटर और साथी को 15 घंटे में दबोचा

    डीग थाना पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर हमला करने के दो मुख्य आरोपियों को 15 घंटे के भीतर शनिवार गिरफ्तार कर लिया है। इनमें एक हिस्ट्रीशीटर भी शामिल है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मुख्य आरोपी सुनहरी ठाकुर और उसका साथी मंशो ठाकुर शामिल हैं। ये दोनों इकलहरा गांव के निवासी हैं। सुनहरी ठाकुर डीग थाने का हिस्ट्रीशीटर है और उस पर पुलिस पर फायरिंग सहित कई गंभीर मामले दर्ज हैं। यह कार्रवाई जिला पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश मीना के निर्देशन, एएसपी अकलेश शर्मा और डिप्टी एसपी सीताराम बैरवा के सुपरविजन में थानाधिकारी रामनरेश मीणा के नेतृत्व में की गई। पुलिस टीम ने गोवर्धन पुलिस पर मारपीट और पथराव के इन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया। थानाधिकारी रामनरेश मीणा ने बताया कि शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के गोवर्धन थाना पुलिस अपहरण के एक मामले के आरोपी अमित ठाकुर को पकड़ने इकलहरा गांव पहुंची थी। वहां 15-20 लोगों ने पुलिस पर पथराव कर हमला कर दिया और आरोपी अमित ठाकुर को छुड़ा लिया। इस हमले में यूपी पुलिस के उपनिरीक्षक नितिन त्यागी घायल हो गए। आरोपियों ने एसआई का मोबाइल और पर्स भी छीन लिया था। गोवर्धन पुलिस ने इस संबंध में नामजद लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस की विशेष टीम ने तकनीकी और मानवीय इनपुट के आधार पर शनिवार अलसुबह आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी। सूचना मिलने पर पुलिस ने इकलहरा के जंगल मार्ग स्थित एक मकान को घेरा। यहां मंशो ठाकुर को मौके पर ही पकड़ लिया गया, जबकि सुनहरी ठाकुर छत से कूदकर भागने की कोशिश करते समय पकड़ा गया। इस दौरान उसके पैर में चोट भी आई। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर गवर्नमेंट अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें थाने लाकर गहन पूछताछ की गई। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस अब इन दोनों से अन्य नामजद आरोपियों के बारे में पूछताछ कर रही है।

    24 से लेकर 18 कैरेट का गिरा भाव, जानें आज एक झटके में कितनी कम हुई सोने की कीमत?

    Gold and Silver Rate Today: भारत में शनिवार, 6 दिसंबर को सोने के दाम में गिरावट देखने को मिली. 100 ग्राम सोने की कीमत में 5,400 रुपये और 24 कैरेट सोने की कीमत में 540 रुपये की गिरावट देखने को मिली. इसी तरह से 22 कैरेट और 18 कैरेट के भी भाव गिर गए. वहीं, दूसरी तरफ अगर चांदी की बात करें, तो इसकी कीमत रिकॉर्ड हाई  लेवल के पास ही बरकरार रही. 24, 22 और 18 कैरेट की कितनी है कीमत?   24 कैरेट सोने का भाव 6 दिसंबर को 540 रुपये घटकर 1,30,150 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा, जबकि 5,400 रुपये गिरकर 100 ग्राम की कीमत 13,01,500 रुपये दर्ज की गई. इसके साथ ही 8 ग्राम सोना 432 रुपये गिरकर 1,04,120 रुपये और 1 ग्राम सोना 54 रुपये कम होकर 13,015 रुपये पर आ गया.  22 कैरेट की बात करें तो, 10 ग्राम सोने का रेट 500 रुपये गिरकर 1,19,300 रुपये और 100 ग्राम सोने का रेट 5,000 रुपये गिरकर 11,93,000 रुपये पर आ गया है. इस बीच, 8 ग्राम और 1 ग्राम सोने की कीमतें भी कम हुई हैं, जो क्रमशः 400 रुपये और 50 रुपये गिरकर 95,440 रुपये और 11,930 रुपये पर आ गई हैं. इसके अलावा, 18 कैरेट में सोने का दाम पहले 410 रुपये गिरकर 97,610 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया, फिर 4,100 रुपये गिरकर 9,76,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया, फिर 328 रुपये गिरकर 78,088 रुपये प्रति 8 ग्राम पर आ गया और आखिर में 41 रुपये गिरकर 9,761 रुपये प्रति 1 ग्राम पर आ गया.  सोने ने दिया जबरदस्त रिटर्न  2025 में सोने की कीमतों में गजब की तेजी देखी गई. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल सोने ने 50 से ज्यादा ऑल-टाइम हाई लेवल हासिल किए. नवंबर के आखिर तक सोने ने 60 परसेंट से ज्यादा का रिटर्न दिया है. हालांकि, इस बीच कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा गया जैसे कि अगर  6 दिसंबर को 100 ग्राम के 24 कैरेट सोने की कीमत 5,400 गिरी, तो 5 दिसंबर को यह 10,300 रुपये बढ़ गई. वहीं, 4 दिसंबर को अगर भाव 9,200 गिरा, तो 3 दिसंबर को इसके भाव में 7,100 रुपये का इजाफा हुआ.   चांदी की कितनी है कीमत?   सोने के उलट, शनिवार को भारत में चांदी के रेट में तेजी आई है. 1Kg चांदी 3,000 रुपये बढ़कर 1,90,000 रुपये पर आ गया है. इसके अलावा, 100 ग्राम और 10 ग्राम चांदी की कीमत 19,000 रुपये और 1,900 रुपये रही. सबसे सस्ती चांदी 190 रुपये प्रति 1 ग्राम पर है. इस हफ्ते चांदी ने सोने से बेहतर परफॉर्म किया है और इसमें 1 परसेंट से ज्यादा की तेजी आई है. जबकि सोने में 0.41 परसेंट की गिरावट आई है.   ये भी पढ़ें: अगले हफ्ते चार दिन बैंक रहेंगे बंद, फटाफट चेक करें लिस्ट; जानें किस-किस दिन रहेगी छुट्टी?

    डीग पुलिस ने बाजार में निकाला फ्लैग मार्च:दुकानदारों को अतिक्रमण पर चेतावनी, बाहर रखा सामान हटाने के निर्देश

    डीग कोतवाली थाना प्रभारी रामनरेश मीणा ने शनिवार देर शाम 7:30 बजे अतिक्रमण के खिलाफ फ्लैग मार्च निकाला। इस दौरान उन्होंने दुकानदारों को अतिक्रमण नहीं करने की चेतावनी दी। थाना प्रभारी मीणा ने दुकानदारों से अपनी दुकानों के बाहर सामान नहीं रखने को कहा। उन्होंने समझाया कि दुकान के बाहर सामान रखने से वाहन ड्राइवरों को परेशानी होती है और यातायात बाधित होता है। यह फ्लैग मार्च डीग कोतवाली से शुरू होकर मुख्य बाजार, घंटाघर, लोहा मंडी, नई सड़क, मेला मैदान और पुरानी अनाज मंडी से होते हुए कोतवाली पर समाप्त हुआ। रामनरेश मीणा ने स्पष्ट किया कि यदि दुकानदार चेतावनी के बाद भी दुकानों के आगे सामान रखकर जाम की स्थिति पैदा करते हैं, जिससे वाहनों को निकलने में परेशानी होती है, तो उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इस फ्लैग मार्च में थाना प्रभारी रामनरेश मीणा के साथ एसआई मंगतूराम, एसआई अमर सिंह, कॉन्स्टेबल बजरंग, कॉन्स्टेबल देवेंद्र और कॉन्स्टेबल अजीत सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मी मौजूद रहे।

    मंत्री दिलावर बोले-प्रदेश की शिक्षा का स्तर सुधरा:देश में 12वें स्थान से तीसरे नंबर पर आया राजस्थान; प्रधानाचार्यों की वर्कशॉप हुई

    शिक्षा एवं पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर ने कहा- देश में राज्य ने शिक्षा के स्तर में सुधार को लेकर लंबी छलांग लगाई है। पहले यह 12 वें स्थान पर था, अब तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। यह हमारी सरकार की शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता एवं संकल्प को दर्शाता है। मंत्री दिलावर शनिवार को जिला मुख्यालय टोंक के एक निजी रिसोर्ट में पीएमश्री विद्यालयों के प्रधानाचार्यों की कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा- शिक्षा मानवीय मूल्यों एवं चरित्र निर्माण का आधार होना चाहिए। शिक्षकों को किताबी ज्ञान के साथ बच्चों में व्यावहारिक ज्ञान देने के लिए सार्थक प्रयास करने होंगे। ताकि हमारे बच्चे किसी भी स्तर पर पीछे नही रहें। हमारा दायित्व है कि बच्चों में सर्वांगीण शिक्षा का विकास हो। वे जिस क्षेत्र में भी जाएं वहां अपने देश, समाज एवं परिवार का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा- राजस्थान में विगत दो वर्ष में शिक्षा में कई नवाचार किये गये हैं। इससे न केवल शिक्षा के स्तर में सुधार आया है, बल्कि बच्चों के नैतिक एवं व्यावहारिक ज्ञान में भी बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि इस तीन दिवसीय आमुखीकरण कार्यशाला में समाज की अनेक प्रकार की समस्याओं के समाधान में मानवीय मूल्यों की आवश्यकता के बारे में बताया जाएगा। मानवीय मूल्यों की शिक्षा जरूरी उन्होंने कहा- मानवीय मूल्यों की शिक्षा का उद्देश्य व्यक्तियों में प्रेम, करुणा, सत्य, अहिंसा, सम्मान और जिम्मेदारी जैसे गुणों का विकास करना है, ताकि बच्चे नैतिक निर्णय ले सकें। साथ ही भावनात्मक रूप से बुद्धिमान बनकर समाज व पर्यावरण के प्रति सकारात्मक योगदान दे सकें। इससे पूर्व कार्यशाला की शुरुआत मां शारदे की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं वंदेमातरम गीत के साथ हुई। इस दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी परशुराम धानका, जिलाध्यक्ष चन्दवीर सिंह चौहान, शिक्षा मंत्री के विशेषाधिकारी ओएसडी सतीश गुप्ता, दक्ष प्रशिक्षक डॉ. एसडी चारण, बृजकिशोर शर्मा, सीडीईओ सुबे सिंह यादव, जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार शर्मा समेत अजमेर एवं जयपुर संभाग के प्रधानाचार्य मौजूद रहे।

    अगले हफ्ते चार दिन बैंक रहेंगे बंद, फटाफट चेक करें लिस्ट; जानें किस-किस दिन रहेगी छुट्टी?

    Bank Holiday Next Week: दिसंबर के महीने में क्रिसमस, न्यू ईयर इव जैसे कई मौकों पर बैंक बंद रहेंगे. रही बात आने वाले हफ्ते की, तो 8 दिसंबर से 14 दिसंबर के बीच बैंक चार दिन बंद रहने वाले हैं. आइए देखते हैं कि अगले हफ्ते किस-किस दिन बैंक बंद रहने वाले हैं ताकि हम बैंक संबंधी अपना कामकाज उस हिसाब से प्लान कर सके. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की छुट्टियों की लिस्ट के मुताबिक, बैंक हर रविवार और महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को बंद रहते हैं. इस दौरान देशभर में बैंक बंद रहते हैं. इसके अलावा, रीजनल और स्थानीय त्योहारों के आधार पर भी बैंकों की छुट्टियां अलग-अलग राज्यों के हिसाब से अलग-अलग होती हैं. आने वाले हफ्ते में शनिवार और रविवार समेत चार दिन बैंक बंद रहेंगे. दो बैंक हॉलिडे हर इलाके में अलग-अलग हो सकते हैं.  9 और 12 दिसंबर को कहां रहेगी छुट्टी?  मंगलवार, 9 दिसंबर को कोच्चि और तिरुवनंतपुरम में बैंक बंद रहेंगे. यानी कि इस दिन केरल में बैंकों की छुट्टी रहेगी. बैंक की छुट्टी लोकल गवर्नमेंट इंस्टीट्यूशन्स के आम चुनाव 2025 के चलते तय की गई है. इन दो जगहों के अलावा मंगलवार को देश के बाकी हिस्सों में बैंक खुले रहेंगे. शुक्रवार, 12 दिसंबर को मेघालय में बैंक की छुट्टी रहेगी. पा तोगन नेंगमिन्जा संगमा की पुण्यतिथि के मौके पर शिलांग में बैंक बंद रहेंगे. इसके अलावा, शुक्रवार को पूरे देश में बैंकों में कामकाज सामान्य रूप से होता रहेगा.  दिसंबर में 18 छुट्टियां इसके बाद शनिवार, 13 सितंबर को पूरे देश में बैंक बंद रहेंगे क्योंकि यह महीने का दूसरा शनिवार होगा. RBI ने हर महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को बैंक में छुट्टियां जरूरी कर दी है. इसके अलावा, रविवार को भी बैंकों का अवकाश रहेगा. भारतीय रिज़र्व बैंक ने दिसंबर 2025 में बैंक में 18 दिन छुट्टियों की घोषणा की है, जिनमें से कई राज्य के हिसाब से अलग-अलग हैं. 25 दिसंबर को क्रिसमस की वजह से पूरे देश में बैंक बंद रहेंगे, जबकि कई दूसरी छुट्टियां सिर्फ कुछ खास शहरों में ही लागू होंगी. ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे ब्रांच जाने से पहले लोकल टाइमिंग चेक कर लें.   ये भी पढ़ें: जीरो बैलेंस बैंक अकाउंट वालों को RBI ने दी खुशखबरी, अब मिलेंगी एक से बढ़कर एक ये सुविधाएं 

    क्यों DoT का नया SIM-Binding आदेश लोगों में मचा रहा खलबली? क्या सरकार कर रही है डिजिटल हदें पार?

    SIM Binding: दूरसंचार विभाग (DoT) के हालिया निर्देश ने डिजिटल दुनिया में हलचल मचा दी है. इस आदेश के बाद WhatsApp, Telegram, Signal जैसे ऑनलाइन मैसेजिंग ऐप्स बिना सक्रिय SIM के किसी भी डिवाइस पर नहीं चल सकेंगे. विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम OTT प्लेटफॉर्म पर व्यापक नियंत्रण की शुरुआत हो सकता है. टेक कंपनियां पहले ही आशंका जता चुकी थीं कि नया Telecom Act 2023 OTT ऐप्स को भी अपने दायरे में ला सकता है, भले ही उस समय यह कहा गया था कि OTT इस कानून के दायरे में नहीं आएंगे. लेकिन नया आदेश उस आशंका को सही साबित करता दिख रहा है. कानूनी विशेषज्ञों की चेतावनी और अधिकार सीमा पर सवाल इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, कई कानूनी विशेषज्ञ इसे DoT की अधिकार सीमा से बाहर जाने जैसा मान रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट की वकील वृंदा भंडारी के अनुसार, यह फैसला मैसेजिंग ऐप्स के सीधे नियमन जैसा है जबकि ऐसे ऐप्स का अधिकारक्षेत्र पारंपरिक रूप से आईटी मंत्रालय (MeitY) के पास रहा है. एक अन्य विशेषज्ञ ऐश्वर्या कौशिक का मानना है कि कोई भी सेवा जो मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करती है, उसे DoT के साइबर सिक्योरिटी ढांचे में लाना एक बड़ा विस्तार है. उनका कहना है कि DoT के अधिकार असली टेलीकॉम पहचान सुरक्षा तक सीमित रहने चाहिए. यूजर्स को हर छह घंटे में दोबारा लॉग इन करना होगा DoT ने WhatsApp, Telegram, Snapchat, Signal और अन्य ऐप्स को नोटिस भेजकर निर्देश दिया है कि यूज़र की SIM उनके अकाउंट से लगातार जुड़ी होनी चाहिए. इसका मतलब यह है कि बिना SIM वाले डिवाइस पर इन ऐप्स का इस्तेमाल नहीं होगा. WhatsApp Web जैसे वेब संस्करण हर छह घंटे में ऑटो-लॉगआउट हो जाएंगे. हर बार QR कोड से दोबारा लिंक करना होगा. इस कदम को डिजिटल फ्रॉड रोकने का उपाय बताया जा रहा है, लेकिन डिजिटल राइट्स विशेषज्ञों को यूज़र्स की प्राइवेसी पर भारी खतरा दिख रहा है. यूजर्स पर बढ़ेगा जोखिम और तकनीकी चुनौतियां भी गंभीर विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार SIM-बाइंडिंग से यह धारणा बन सकती है कि कोई भी डिजिटल गड़बड़ी या फ्रॉड SIM कार्ड धारक ने ही किया है. इससे यूजर्स पर अतिरिक्त कानूनी बोझ बढ़ जाएगा. इसके अलावा, तकनीकी रूप से SIM-बाइंडिंग को लागू करना मैसेजिंग ऐप्स के लिए आसान नहीं है. गार्टनर की विश्लेषक अपेक्षा कौशिक के मुताबिक, यह तरीका फ्रॉड रोकने में मदद जरूर करेगा, लेकिन गलत तरीके से लागू होने पर यह असली यूजर्स के लिए परेशानी का कारण भी बन सकता है. निर्देश का कानूनी आधार और नए साइबर नियम Telecom Act 2023 लागू होने के बाद DoT ने कई नए नियम जारी किए हैं जो इंटरनेट शटडाउन, साइबर सुरक्षा और कानूनी निगरानी जैसे पहलुओं को कवर करते हैं. 2025 में जारी Telecommunications (Telecom Cyber Security) Amendment Rules ने Mobile Number Validation प्लेटफॉर्म का रास्ता खोला जिसके तहत ऐप्स को SIM-बाइंडिंग लागू करने का निर्देश दिया गया. हालांकि, नियमों में “कंटीन्यूअस SIM-बाइंडिंग” जैसी कठोर शर्त सीधे तौर पर नहीं लिखी गई है. बैंकिंग ऐप्स बनाम मैसेजिंग ऐप्स भारत में SBI सहित कई बैंकिंग ऐप्स SIM-binding स्टाइल सुरक्षा फीचर देकर काम करते हैं लेकिन वे असली SIM-बाइंडिंग नहीं, बल्कि डिवाइस-बाइंडिंग का इस्तेमाल करते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि DoT का नया आदेश मैसेजिंग ऐप्स के लिए de-facto व्हाइटलिस्ट जैसा प्रभाव पैदा करेगा जो ऐप इन शर्तों को पूरा करेगा, वही भारत में काम कर पाएगा. टेलीकॉम कंपनियां खुश, टेक कंपनियां नाराज़ टेलीकॉम कंपनियों ने इस आदेश का स्वागत किया है. COAI ने इसे साइबर फ्रॉड रोकने के लिए “दुनिया में पहली बार लागू की गई मजबूत पहल” बताया. लेकिन दूसरी तरफ Google, Meta जैसी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाला Broadband India Forum इस निर्देश को लेकर गंभीर चिंता जता रहा है. उनका कहना है कि लागू करने की टाइमलाइन बढ़ाई जाए, खुली सार्वजनिक परामर्श प्रक्रिया शुरू की जाए, टेक कंपनियों और सुरक्षा विशेषज्ञों के साथ मिलकर नया ढांचा बनाया जाए. उनका मानना है कि यह आदेश अनावश्यक नियंत्रण बढ़ाने वाला है और यूजर्स की सुविधा व प्राइवेसी को नुकसान पहुंचा सकता है. यह भी पढ़ें: क्या इंसानों की छुट्टी होने वाली है? Satya Nadella ने खोल दिया राज, जानिए पूरी जानकारी